Month: November 2020
रागी-देव
रागी-देवों की पूजा नहीं करने को कहा, पर माता-पिता के तो पैर छूते हैं ? माता-पिता पूज्य नहीं, और सम्मान कम या न मिलने पर
आस्तिक्य
आस्तिक्य गुण का अर्थ यह नहीं है कि मात्र अपने अस्तित्व को ही स्वीकार करना, बल्कि… दुनिया में जितने पदार्थ हैं, उनको यथावत/ उसी रूप
लाख़
लाख़ का नाम लाख़ शायद इसलिये पड़ा है क्योंकि इसमें लाखों जीवों की हिंसा होती है ।
क्षीर-सागर जल
इसमें त्रस जीव तो नहीं होते पर यह प्रासुक नहीं होता है । इसलिये बालक भगवान के लिये तो प्रयोग किया जाता है । पं.रतनलाल
द्रढ़ता / ज़िद्द
द्रढ़ता अच्छे ध्येय के प्रति संकल्पित होना, ज़िद्द अपने आग्रह के प्रति ।
प्रतिक्रमण / सामायिक
प्रतिक्रमण पहले किया जाता है, तब सामायिक । जब तक अपने पापों को स्वीकारोगे नहीं, निर्विकल्प होकर आत्मचिंतन नहीं कर सकते । मुनि श्री सुधासागर
सज़ावट
दीपावली के अवसर पर घरों के बाहर ख़ूब सजावटें की गयीं, घरों के अंदर बस एक/ दो कागज़ के फूलों की माला ! बाहर की
शरीर-नाम कर्म
13वें गुणस्थान के अंत में शरीर के आत्मप्रदेश किंचित कम हो जाते हैं , क्योंकि 14वें गुणस्थान में तो शरीर-नामकर्म का उदय ही नहीं है
सकारात्मकता
मुंबई के अतिशय(12 वर्षीय) को बड़े और मित्र अलग-अलग नाम रख-रख कर चिढ़ाते थे, उसे बहुत बुरा लगता था । कुछ दिन पहले वह अपनी
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