Month: November 2020
सत्यानगृद्धि
रात्री में असामान्य कार्य करने की शक्ति जाग्रत होना । जैसे चौकीदार दिन में सोता है, रात में जाग्रत । मुनि श्री सुधासागर जी
स्वर्ग / नरक
स्वर्ग/नरक हैं भी या नहीं ? हैं तो, क्यों ? सुख/दुःख तो हम यहाँ ही भोग रहे हैं ? संसार के उत्कृष्ट सुख/दु:ख से भी
वर्ष-पृथ्कत्व
वर्ष-पृथ्कत्व = कम से कम 3 से 9वर्ष, तो 3वर्ष क्यों नहीं कहा गया ? किन्ही आचार्यों ने 3 कहा , दूसरे ने 9 वर्ष
असली की पहचान
सोने की पहचान – 1. पीला रंग पीतल का भी, पर चमक में फर्क । 2. अग्नि परीक्षा में और-और चमकता है । मूल्यवान का
नरक
शेर अधिक से अधिक 5वें नरक तक जा सकता है, जब कि मनुष्य 7वें तक । कारण ?
पापी-पेट
जो पाप रूप सामग्री पेट में डालते हैं तथा पाप करते हैं, उनका पापी-पेट । साधु, शुद्ध सामग्री लेने वाले का पेट पापी कैसे ?
द्रव्य निमित्तिक सम्बंध
द्रव्य यदि पूर्ण रूप से स्वतंत्र हो जाय तब ना तो संसार चलेगा, ना ही परमार्थ । मुनि श्री सुधासागर जी
आकांक्षा
छोटा सा कंकड़ तालाब में खुद तो डूब जाता है पर लहरें दूर-दूर तक छोड़ जाता है, जो पूरे वातावरण को हिला देती हैं ।
सुख/दु:ख और ज्ञान
सुख/दु:ख, ज्ञान से ही होता है, जैसे चोरी हो गई रात को, पता चला सुबह, दु:ख कब से ? सोते में मुँह में मिश्री डाल
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