Day: March 4, 2021

सम्यक्/मिथ्या दृष्टि

भव-सागर में अनंत से बहते-बहते जिसकी दृष्टि “छोर” पर हो जाती है, वह सम्यग्दृष्टि । जिसकी “और-और” पर, वह मिथ्यादृष्टि । आचार्य श्री विद्यासागर जी

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अधूरा ज्ञान

थोड़ी वर्षा कीचड़ करती है, पूरी वर्षा सफ़़ाई । मुनि श्री अविचलसागर जी

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मंगल आशीष

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March 4, 2021