Month: September 2021
णमोकार
गैंद चारौ ओर से Perfect गोल होती है, ऊपर से/ नीचे से, उसके एक-एक Segment में भी Perfect गोलाई होती है।। णमोकार मंत्र भी ऐसा
पुण्यहीन का महत्व
पार्श्वनाथ भगवान पर जब उपसर्ग हुआ तो उन पर छत्र लगाने सबसे पुण्यहीन आये, जो पिछले जन्म में सांप थे (सांप इतना पुण्यहीन होता है
उठावनी में दान
उठावनी में दान की घोषणा को रिवाज़ मानना चाहिये । पर उस दान में से सुपात्र-दान (आहार दान) नहीं करना चाहिये। मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
सम्बंध
जब तक अपने को शरीर मानते रहेंगे, संसारियों से सम्बंध बने रहेंगे, प्रगाढ़ होते रहेंगे । जब आत्मा मानने लगोगे तब परमात्मा से… । चिंतन
स्व/अनंत चतुष्टय
विराम का श्री फल चढ़ाने वालों को स्व-चतुष्टय की प्राप्ति होती है, जो अनंत-चतुष्टय की प्राप्ति में निमित्त बनता है। अनंत-संसार के यात्री को अनंत-चतुष्टय
Problems
“I have many problems in my life. But my lips don’t know that”. They just keep smiling.” ― Charlie Chaplin (Manju)
आत्मा / जीव
जीव – द्रव्य तत्व है, आत्मा – भाव तत्व। निर्यापक मुनि श्री सुधासागर जी
भक्त्ति
सागर आते समय एक वृद्धा आचार्य श्री विद्यासागर जी के पैर धोने लुटिया में जल लेकर भीड़ में से निकलकर आचार्य श्री की ओर बढ़ी
अहिंसा
आ.श्री …रात्रि में लाइट जलाकर स्वाध्याय नहीं करना। रात्रि का प्रतिक्रमण याद नहीं है तो रात्रि वाला दिन में कर लेना, जब तक याद ना
संसार / मोक्षमार्ग
संसार-मार्ग पर टिक नहीं सकते, पर टिकना चाहते हो ! मोक्ष-मार्ग पर टिक सकते हैं, पर टिकना नहीं चाहते हो !! मुनि श्री महासागर जी
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