Month: January 2022
73वाँ गणतंत्र दिवस
क्या इतने सालों में हम राजनीति/ धर्मादि के क्षेत्रों में पूर्वाग्रह की बेड़ियां तोड़ पाये हैं ? अपनी मान्यताओं को मानने की मनाही नहीं है
आत्मा को जानना
आत्मा के अस्तित्व का एहसास तो मिथ्यादृष्टि भी करता है, पर सम्यग्दृष्टि आत्मा की त्रैकालिक अवस्था पर विश्वास करता है। चिंतन
व्यवहार / निश्चय
व्यवहार नीति है। रानी चेलना ने मुनि के शरीर से चींटियां हटायीं। निश्चय धर्म है। नीति धर्म की रक्षा करती है। आचार्य अमृतचंद्र सूरि ने
धर्म / नीति
धर्म: स्वमुखी/आत्ममुखी, निश्चय, परमार्थ में जीना सिखाता है। नीति: प्राणमुखी, व्यवहार, संसार में जीना सिखाती है। मुनि श्री सुधासागर जी
पुदगल
पुदगल पुदगल में रहता भी है, पुदगल पुदगल को खाता भी है, पुदगल पुदगल का निर्माण भी करता है । जैसे Teen Sheet से कार,
ध्यान
किसी वस्तु पर ध्यान केंद्रित करना…. तो क्या अच्छी, बुरी किसी भी वस्तु पर ध्यान लगा सकते हैं ? जब बच्चा होने वाला होता है,
मद
सम्यग्दर्शन में मलिनता युद्ध/हिंसा से नहीं, बल्कि मद से आती है। (आचार्य समंतभद्र स्वामी) मुनि श्री सुधासागर जी
संयम
पेट लैटर-बौक्स नहीं है, कि पोस्टकार्ड, लिफ़ाफ़े कुछ भी डालते रहो; जब मर्ज़ी आये तब, कितने भी डालते रहो। आचार्य श्री विद्यासागर जी
विवेक
दीक्षा के 4-5 माह तक सोते नहीं थे। एक रात गिर गये; चोट लग गयी। आचार्य श्री ने कहा, “यह मुनि पद की विराधना है।
बुद्धि / समझदारी
बुद्धि में तर्क होता है; पक्ष/विपक्ष, एक तरफ़ झुकाव। समझदारी निष्पक्ष होती है; अनुभव तथा विशुद्धि से आती है। एक ज़िगज़ैग पाइप में केबॅल डालना
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