Day: February 14, 2022
सम्यग्दृष्टि / मिथ्यादृष्टि
February 14, 2022
बाह्य क्रियायें दोनों की एक सी, सम्यग्दृष्टि उन क्रियाओं को विभाव मानकर, जबकि मिथ्यादृष्टि स्वभाव मानकर करता है। मुनि श्री सुधासागर जी
कार्य / अकार्य
February 14, 2022
क्या करना ! रामायण से सीखें : भ्रातृ प्रेम; क्या नहीं करना ! महाभारत से सीखें : भ्रातृ द्वेष । मुनि श्री प्रमाणसागर जी
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