Day: February 15, 2022
भजन : श्री विद्यासागरजी गुरुवर
February 15, 2022
भजन : “श्री विद्यासागरजी गुरुवर” प्रेरणा : परम पूज्य मुनिश्री क्षमासागरजी रचना : ऐलक श्री सम्यक्त्वसागर जी महाराज स्वर : प्रियंवदा जैन संगीत व रिकॉर्डिंग
टंकोत्कीर्ण
February 15, 2022
“टंकोत्कीर्ण” शब्द का प्रयोग आत्मा की शुद्ध अवस्था के लिये आचार्य श्री अमृतचंद्र सूरी जी ने किया है, अन्य किसी आचार्य ने इसका प्रयोग नहीं
Birth / Death
February 15, 2022
सूरज के उगने/अस्त होने को Sun का Birth/Death नहीं कहते बल्कि Sun-Rise/Set कहते हैं। आत्मा के आने और जाने को Rise/Set क्यों नहीं ! उसको
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