Day: March 30, 2022
ईर्यापथ आश्रव
March 30, 2022
ईर्या = गमन = आना जाना कर्मों का (आत्म प्रदेशों से) क्योंकि आत्मा में चिकनापन (कषाय) नहीं है। पथ = रास्ता, पर शुभ-कर्मों और नोकर्मों
मनुष्य जीवन की सार्थकता
March 30, 2022
पनही* पशु के होत हैं, नर के कछू नहीं होत। नर यदि नर-करनी करे, तब नारायन होत। *जूता (पशु की खाल का) मुनि श्री प्रमाणसागर
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