Month: April 2022
निदान
निदान भोगाकांक्षा के भाव से होता है। मुनि बनने की भावना, प्रशस्त निदान है(भगवती आराधना), पर है तो यह भी कांक्षा। मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
व्यक्तित्व
व्यक्तित्व इतना भारी और गहरा होना चाहिये कि जाने के बाद तुरंत न उखड़ जाये/भुला न दिये जाओ। चिंतन
अज्ञान / अनंतानुबंधी
अज्ञान सिर्फ मिथ्यात्व से ही नहीं, अनंतानुबंधी से भी होता है जैसे दूसरे गुणस्थान का अज्ञान जहाँ मिथ्यात्व का अनुदय है। अप्रत्याख्यान तथा प्रत्याख्यान सर्वघाती
पाप / पुण्य
नारियल में मीठा पानी – पुण्योदय से, कम पानी/कम मीठा – कम पुण्योदय से, पानी का न होना – पापोदय से। दिखते, दोनों कारण नहीं
व्रती को शल्य
व्रती को 3 शल्य (माया, मिथ्या, निदान) नहीं होतीं, बाहुबली जी को भी नहीं थीं। पर शल्य इन तीन के अलावा भी बहुत प्रकार की
बुद्धि / मन
संकल्प बुद्धि से लिया जाता है, पर मन संकल्प लेते ही पुराने संस्कार नहीं छोड़ पाता है। पीपल की गुणवत्ता बढ़ाने के लिये उसे 64
सम्यग्दर्शन में खामियां
सम्यग्दर्शन में 44 खामियां हो सकतीं हैं – 8 मद, 3 मूढ़ता, 6 अनायतन, 8 दोष, 7 व्यसन, 7 भय, 5 अतिचार। कमल कांत
भाग्य / पुरुषार्थ
कम प्रकाश में घड़ी में समय नहीं दिखता। दृष्टि को सुइयों पर केन्द्रित करें, तो समय का पता लग जाता है। कम या ज़्यादा प्रकाश
द्रव्य/भावलिंगी
जैसे पाप बाहर से तथा भीतर से भी होता है, ऐसे ही सम्यग्दृष्टि और अणुव्रती भी द्रव्यलिंगी तथा भावलिंगी होते हैं। मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
कीमत
60 लाख की कार की कीमत जब 60 रुपये वाली खिलौना कार के बराबर मानोगे, तभी Enjoy कर पाओगे, वरना उसकी सीट से प्लास्टिक कवर
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