Day: August 14, 2023

अभव्य / अभव्य समान भव्य

अभव्य…. एक इन्द्रिय से पाँच इन्द्रिय तक। अभव्य समान भव्य…. एक इन्द्रिय ही। मुनि श्री प्रणम्यसागर जी (तत्त्वार्थसूत्र- 2/19)

Read More »

मंगल आशीष

Archives

Archives
Recent Comments

August 14, 2023