Day: April 2, 2024

सचित्त-त्याग प्रतिमा

श्री रत्नकरण्ड श्रावकाचार में… सचित्त-त्याग प्रतिमा वाले को “दया की मूर्ति” कहा है। यानी सचित्त फल-सब्जियों को जीव सहित माना/ खाने पर हिंसा मानी। महापुराण

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जीना

जीना चाहूँ तो ज़ीना चढ़ने हेतु वर्ना क्या जीना ! आचार्य श्री विद्यासागर जी

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मंगल आशीष

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April 2, 2024