Day: May 27, 2024
प्रमाद
May 27, 2024
तीर्थंकरों में प्रमाद कैसे समझें, उनके तो वर्धमान चारित्र होता है? तीर्थंकर आहार के लिये जब उठते हैं तब छठवाँ गुणस्थान होता है, यानी प्रमत्त
मन / आत्मा
May 27, 2024
आत्मा तो हमेशा जानती है कि सही क्या/ गलत क्या है। मनुष्य के सामने चुनौती तो मन को समझाने की होती है। (सुरेश)
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