Day: February 15, 2025
संसार
February 15, 2025
“संसार असार है” यह एकांत से कहा जाता है। व्रतियों के लिए तो असार नहीं है। मुनि श्री सौम्य सागर जी- 10 फरवरी
अपेक्षा / इच्छा
February 15, 2025
अपेक्षा परावलम्बी, इच्छा स्वावलम्बी। इच्छा में अपेक्षा का होना हानिकारक। श्रद्धा में अपेक्षा/ इच्छा नहीं, इसलिये लाभकारी। मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
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