चोरी और अचौर्य
बिना अनुमति दूसरे की चीज़ लेना चोरी,
पर बिना अनुमति, दूसरे की वस्तु के ग्रहण का, भाव भी नहीं करना, अचौर्य – धर्म ।
गुरुवर मुनि श्री क्षमासागर जी
बिना अनुमति दूसरे की चीज़ लेना चोरी,
पर बिना अनुमति, दूसरे की वस्तु के ग्रहण का, भाव भी नहीं करना, अचौर्य – धर्म ।
गुरुवर मुनि श्री क्षमासागर जी
One Response
यह कथन बिलकुल सत्य है…
अचौर्य का नियम, जो बहुत आवश्यक है, लेना चाहिए ।पंच महाव्रतों में, यह एक व्रत है ।इसकी शुरुआत करने पर,मोक्ष मार्ग प्रशस्त हो सकता है ।