मोहनीय की जघन्य स्थिति-बंध 9वें गुणस्थान में, जबकि बाकी कर्मों की 10वें गुणस्थान में, ऐसा क्यों ?
9वें गुणस्थान में मोहनीय इतना कमजोर हो जाता है कि बंध में निमित्त नहीं बन पाता।
पं.रतनलाल बैनाड़ा जी
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2 Responses
गुणस्थान के बाबत पूरी जानकारी नहीं है।आपके आडियो को सुना है लेकिन चार गुणस्थान तक था अतः अपना कमेंट नही कर सका।आप14 गुणस्थान बाबत कभी भी उल्लेख करने का कष्ट करना।
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गुणस्थान के बाबत पूरी जानकारी नहीं है।आपके आडियो को सुना है लेकिन चार गुणस्थान तक था अतः अपना कमेंट नही कर सका।आप14 गुणस्थान बाबत कभी भी उल्लेख करने का कष्ट करना।
14 वाँ गुणस्थान, अयोग-केवली,
मोक्ष जाने से just पहले की अवस्था ।