स्वाध्याय
एक बार खोदने से हीरा नहीं मिलता, बार बार खोदने से मिलता है।
ग्रंथ भी बार बार पढ़ने से तत्त्व समझ आता है।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
एक बार खोदने से हीरा नहीं मिलता, बार बार खोदने से मिलता है।
ग्रंथ भी बार बार पढ़ने से तत्त्व समझ आता है।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
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आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी का कथन सत्य है कि एक बार हीरा खोदने से नहीं मिलता है, अतः इसी प्रकार ग़ंथ बार बार पढने पर तत्व समझ में आता है! अतः जीवन के कल्याण के लिए स्वाध्याय रोज रोज करना परम आवश्यक है!
हीरा अंतर में छिपा,
अपने मन को खोज।
हरि मिलेंगे अंदर
मंदिर में मत खोज।।