पुलिस
पुलिस स्त्रीलिंग है सो उन्हें माँ जैसा व्यवहार करना चाहिये, जो बच्चों को गलती पर मारती भी है और सुधारने के लिये प्रेम भी करती है।
(दर्शनार्थ आये IG को संबोधन)
आचार्य श्री विद्यासागर जी
पुलिस स्त्रीलिंग है सो उन्हें माँ जैसा व्यवहार करना चाहिये, जो बच्चों को गलती पर मारती भी है और सुधारने के लिये प्रेम भी करती है।
(दर्शनार्थ आये IG को संबोधन)
आचार्य श्री विद्यासागर जी
One Response
आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी ने पुलिस का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन में उचित होगा कि कोई गलत मार्ग पर हो तो सुधारने का कार्य करना चाहिए चाहे समझाकर अथवा आर्थिक दण्ड हो।