क्षमता
क्षमता कैसे बढ़ायें ? (युवा ने आचार्य श्री विद्यासागर जी से पूछा। उस सभा में गृहस्थ, ब्रम्हचारी तथा मुनिगण भी थे)।
सो आचार्य श्री का एक उत्तर सबके लिये होना था।
आ. श्री –>
1. लोक-संपर्क से बचो।
(युवा की पढ़ाई सही होगी, गृहस्थ के घर की बात बाहर नहीं जायेगी, व्रतियों की साधना अवरुद्ध नहीं होगी)।
2. Over Working से बचो।
3. शिथिलता लाने वाले साधनों से बचो।
मुनि श्री विनम्रसागर जी
One Response
मुनि श्री विनम़सागर महाराज जी ने क्षमता को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए क्षमता का उपयोग अच्छे कार्यों में निवेश करना परम आवश्यक है।