Tag: ज्ञान
ज्ञान
अंधकार में दिखायी नहीं देता, तीव्र प्रकाश में भी नहीं । अज्ञानी भटकता है, अतिज्ञानी भी (घमंड़ से) । चिंतन
अनुभव/ज्ञान
बड़े बड़े ज्ञानियों के विचारों को भुला दिया गया पर जिन्होंने अनुभव से सीखा/बताया वे याद रखे गये – महावीर, कबीर, सूरदास आदि । आचार्य
ज्ञान
ज्ञान पाने के 4 चरण गुरु विनय स्वयं का अभ्यास/पुरूषार्थ पुण्य/समय आना मुनि श्री प्रमाणसागर जी
ज्ञान/चारित्र
ज्ञान का सम्मान होता है, पूजा नहीं । पूजा तो चारित्र की ही होती है । मुनि श्री विश्रुतसागर जी
ज्ञान
कोरा ज्ञान अच्छा नहीं माना जाता । क्यों ? कोरा कपड़ा नहीं पहना जाता, धुलकर ही पहनने लायक होता है । ज्ञान चारित्र/अनुभव से जब
ज्ञान/आचरण
बच्चों में बैठने/चलने/दौड़ने का ज्ञान, शरीर की शक्ति के अनुसार ही आता है । यानि प्रकृति भी ज्ञान और आचरण को अनुपात से ही उदघाटित
आनंद/ज्ञान
आनंद है तो ज्ञान आने की संभावना है, ज्ञान आया तो आनंद आयेगा ही । दोनों में शरीर छाया जैसा संबंध है । ब्र. नीलेष
Recent Comments