Tag: ज्ञान
ज्ञान/वैराग्य
ज्ञान तुम्हारे जीवन की दिशा निर्धारित करता है और वैराग्य जीवन की दशा को परिवर्तित करता है । मुनि श्री प्रमाणसागर जी
विज्ञान और धर्म
विज्ञान में ज्ञान पहले, विश्वास बाद में होता है, जबकि धर्म में विश्वास पहले, ज्ञान बाद में आता है । (श्री गौरव)
ज्ञान
संसारिक ज्ञान संसार को मात दे सकता है, आध्यात्मिक ज्ञान अपने आप को; पर इससे संसार को जीता जा सकता है, संसार से छूटा जा
ज्ञान
ज्ञान दीपक है, आत्मा को प्रकाशित करता है; पर यदि उस पर control नहीं किया तो वही ज्ञान, जीवन को जला भी देता है ।
अभिमान
इंसान भी कितना अजीब प्राणी है, उसको अपने ‘ज्ञान’ का ‘अभिमान’ तो होता है लेकिन अपने ‘अभिमान’ का ‘ज्ञान’ नहीं होता । (ड़ा. सुधीर)
पुण्य
वैभव और सफलता, मेहनत और ज्ञान से ही नहीं मिलती, वरना मज़दूर और पंड़ितों के पास होतीं । इनके मिलने का मुख्य कारण है –
ज्ञान/चरित्र
सड़क बनाने वाला इन्जीनियर बहुत ज्ञान प्राप्त करके सड़क बनाता है, बिना पढ़ा लिखा यात्री उस सड़क से अपनी यात्रा पूरी कर लेता है ।
ज्ञान
जो अपने ज्ञान को बाँटते नहीं, वे ऐसे फूल हैं जो खिलते तो हैं पर सुगन्ध नहीं फैलाते। (धर्मेंद्र)
ज्ञान
ज्ञान जानकारी के लिये होता है, उसका प्रयोग अनिवार्य नहीं होता । आइन्सटिन के Atomic Energy के ज्ञान से Atom Bomb के प्रयोग ने संसार
ज्ञान/आस्था
विपत्ति में ज्ञान चिल्लाता है, आस्था झेलती है । आचार्य श्री विद्यासागर जी
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