Tag: भगवान
कैसे मांगें ?
भगवान से ऐसे मांगें, जैसे बिना बोलने वाला बच्चा अपनी मां से मांगता है । श्री लालमणी भाई
कर्म क्षय
भगवान की भक्ति से कर्म कटते हैं, भगवान खुद कर्म नहीं काटते । श्री लालमणी भाई
भगवान का नाम
बैल को बैल क्यों कहते हैं ? बैल के घंटी इसलिये लटकी है कि कोई जब उसे भगवान का नाम सुनाये तो वो अपना सिर इधर
कर्मबंध
हर Action का Reaction होता है । सिर्फ सिद्ध भगवान का Action ही होता है, वो भी ऊपर जाने का । जैसे फुटबाल में से
भगवान
भगवान हमारे जीवन में तो है पर अनुमान में है, अनुभव में नहीं । इसलिये पूजापाठ सब बोझ हैं । यात्रा अनुभूति की है ।
शरण
महावीर भगवान ने कहा मेरी शरण में नहीं, अपनी शरण में जा और मेरे जैसा बन जा ।
पुरूषार्थ
भगवान का पराक्रम/पुरूषार्थ दूसरों की सहायता से रहित होता है। जैसे तलवारबाजी में माहिर, हवा में गज़ब के पैंतरे दिखा रहा हो, ना तो किसी
मंदिर
Q. – हर जगह भगवान हैं तो मंदिर की क्या जरुरत है ? A. – हर जगह हवा है तो पंखे की क्या जरुरत है !
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