Tag: Favourite
अपने / पराये
Hello.. Sir, Calling from Old Age Home… We saw Your Advertisement of Missing Dog. It has come here and is playing with Your “Mother” !!
मैं
अयोध्या से वापस आने पर माँ कौशल्या ने पूछा… “रावण” को मार दिया ? भगवन श्रीराम ने सुन्दर जवाब दिया… महाज्ञानी, महाप्रतापी, महाबलशाली, प्रखंड पंडित,
घमंड
परेड में “About Turn” बोलते ही, पहला आदमी आख़िरी और आख़िरी आदमी पहले नंबर पर आ जाता है। जीवन में कभी आगे होने का घमंड और आख़िरी
परिस्थितिवश पाप
परिस्थिति पाप नहीं कराती, पाप तो मन:स्थिति से होता है। जिस परिस्थिति में रागी, पाप करता है; उसी परिस्थिति में वैरागी पुण्य करता है ।
जीवन
गोपालदास नीरज जी की एक रचना…… छिप-छिप अश्रु बहाने वालों! मोती व्यर्थ लुटाने वालों! कुछ सपनों के मर जाने से जीवन नहीं मरा करता है।
अकेलापन / एकांत
“अकेलापन” इस संसार में सबसे बड़ी सज़ा है ! और “एकांत” सबसे बड़ा वरदान !! “अकेलेपन” में छटपटाहट है, घबराहट है; तो “एकांत”में आराम, शांति
शिकायत
शिकायतें तो बहुत हैं तुझसे ऐ ज़िंदगी, पर चुप इसलिये हूँ कि, जो दिया तूने वो भी कहाँ पूरा जीया हमने … (विजय-आगरा)
Recent Comments