If you never thank GOD after every smile… Then, You have no right to blame him for every tear.
(Dr. S.M. Jain)
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6 Responses
मनुष्य की आदत होती है कि वो हर अच्छे काम का श्रेय स्वयं लेता है और बुरे का श्रेय भगवान को देता है।
उसे अपनी इस बुरी आदत में सुधार लाना चाहिए। इससे वो स्वयं का और अपने समाज का भला कर सकता है।
परंतु ये बहुत कठिन भी नहीं है, अगर हम प्रयास करें और अभ्यास करें तो सीख सकते हैं बढी आसानी के साथ।
हमें हमेशा याद रखना चाहिए कि हमें जो अच्छा लगता है भगवान वो नहीं देता, बल्कि जो हमारे लिए अच्छा होता है वो हमें देता है।
Very True and its should be applicable for all then only we can stop blaming others and live happily…
we always balme others eg..ussne aisa kiya isslye mujhe gussa aaya, we always try to explaim the things.. and of something is good with us then we says i worked hard..never appricicate others.
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मनुष्य की आदत होती है कि वो हर अच्छे काम का श्रेय स्वयं लेता है और बुरे का श्रेय भगवान को देता है।
उसे अपनी इस बुरी आदत में सुधार लाना चाहिए। इससे वो स्वयं का और अपने समाज का भला कर सकता है।
परंतु ये बहुत कठिन भी नहीं है, अगर हम प्रयास करें और अभ्यास करें तो सीख सकते हैं बढी आसानी के साथ।
हमें हमेशा याद रखना चाहिए कि हमें जो अच्छा लगता है भगवान वो नहीं देता, बल्कि जो हमारे लिए अच्छा होता है वो हमें देता है।
Jai Jinendra,
Very True and its should be applicable for all then only we can stop blaming others and live happily…
we always balme others eg..ussne aisa kiya isslye mujhe gussa aaya, we always try to explaim the things.. and of something is good with us then we says i worked hard..never appricicate others.
Regards,
Anju
ham jante huye v apni galti ko swikar nahi karna chahte h.
kyo ki ham sochte h. ki koi kya sochega..
or ham esa kar ke swayam ka patan karte h……………
Because your karma decides that you will be happy or sad.
Actually we convince ourself by blaming others.
Great thinking…………………..
well said.