बाहर का कचरा ( अपशब्द/ Criticism ) झेलने की आदत डाल लो,
अंदर का कचरा अपने आप साफ होने लगेगा ।
चिंतन
Share this on...
One Response
उपरोक्त कथन सत्य है कि बाहर का कचरा यानी अपशब्द या आलोचना करने की आदत छोड़ना परम आवश्यक है ताकि अंदर का कचरा अपने आप साफ होने लगेगा। अतः अंतरंग कचरे को साफ करने के लिए, अपनी बुराईयों को छोड़ना परम आवश्यक है ताकि कचरा साफ हो सकता है।
One Response
उपरोक्त कथन सत्य है कि बाहर का कचरा यानी अपशब्द या आलोचना करने की आदत छोड़ना परम आवश्यक है ताकि अंदर का कचरा अपने आप साफ होने लगेगा। अतः अंतरंग कचरे को साफ करने के लिए, अपनी बुराईयों को छोड़ना परम आवश्यक है ताकि कचरा साफ हो सकता है।