अहम् यानी घमंड़ करना जीवन का बहुत बडा़ दुर्गण है।अतः यह कथन सत्य है कि जिनमे अहम् कम होता है उनकी अहमियत ज्यादा होने लगती है। अतः अहम् करना छोड़ना चाहिए ताकि जीवन का उत्थान हो सकेगा और उसकी अहसियत बढ सकती है।अहम् करने वाले का विनाश होना निश्चित है। Reply
One Response
अहम् यानी घमंड़ करना जीवन का बहुत बडा़ दुर्गण है।अतः यह कथन सत्य है कि जिनमे अहम् कम होता है उनकी अहमियत ज्यादा होने लगती है।
अतः अहम् करना छोड़ना चाहिए ताकि जीवन का उत्थान हो सकेगा और उसकी अहसियत बढ सकती है।अहम् करने वाले का विनाश होना निश्चित है।