ट्रेन में 2 यात्रियों में झगड़ा मारपीट तक पहुंच गया ।
एक खिड़की बंद करता उसे सर्दी लग रही थी, दूसरा खोल देता क्योंकि उसे गर्मी ।
TTE को बुला लिया गया ।
TTE ने आकर देखा खिड़की में कांच ही नहीं था ।
झगड़ा सर्दी/गर्मी का नहीं, अहम् का था ।
(श्रीमति शर्मा)
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2 Responses
अहम यानी अंहकार मनुष्य की सबसे बड़ी दुर्बलता होती है, जिसके कारण अपने जीवन का कभी उत्थान नहीं कर सकते हैं। अतः उपरोक्त उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। मनुष्य को अपना अहंकार का त्याग करना आवश्यक है ताकि जीवन का कल्याण करने में समर्थ हो सकता है।
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अहम यानी अंहकार मनुष्य की सबसे बड़ी दुर्बलता होती है, जिसके कारण अपने जीवन का कभी उत्थान नहीं कर सकते हैं। अतः उपरोक्त उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। मनुष्य को अपना अहंकार का त्याग करना आवश्यक है ताकि जीवन का कल्याण करने में समर्थ हो सकता है।
Very true. Ego is the root cause of most problems in our life.These can be resolved by staying simple and respecting other people’s viewpoint !!!