अहोभाग्य / सौभाग्य
सौभाग्य → त्रैकालिक (भूत, भविष्य, वर्तमान)।
अहोभाग्य → वर्तमान का।।
(अहोभाग्य जो सौभाग्य को Cash करले)*
इसलिये अहोभाग्य, सौभाग्य से बहुत महत्वपूर्ण है।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
* Cash न कर पाये तो दुर्भाग्य
सौभाग्य → त्रैकालिक (भूत, भविष्य, वर्तमान)।
अहोभाग्य → वर्तमान का।।
(अहोभाग्य जो सौभाग्य को Cash करले)*
इसलिये अहोभाग्य, सौभाग्य से बहुत महत्वपूर्ण है।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
* Cash न कर पाये तो दुर्भाग्य
One Response
आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी ने अहोभाग्य एवं सौभाग्य की परिभाषा बताई गई है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन का कल्याण करना हो तो अहोभाग्य पर निर्भर रहना चाहिए।