उत्तम क्षमा
■ क्षमा से बैर नहीं रखना ।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
■■ क्षमा कैसे करें ?
बस क्षमा करके, क्षमा करें / बैर छोड़ दें, उनसे भी जिनको पता ही नहीं कि आप उनसे बैर करते हैं ।
2) दुश्मनी निभाने के लिए भगवान को छोड़ने को तैयार हो !
(उनकी क्षमा करने की आज्ञा की अवहेलना करके)
आचार्य मानतुंग के भक्तामर में शक्ति, अपमानित करने वालों को क्षमा करने से ही आयी थी ।
3) यदि क्षमा करने की शक्ति नहीं है तो भगवान से प्रार्थना करो ।
4) यदि संसार में मेरा कोई नहीं, तो बैरी मेरा कैसे हो सकता है !
मुनि श्री अविचलसागर जी
One Response
दशलक्षण पर्व में पहला धर्म उत्तम क्षमा का है।उत्तम क्षमा का बहुत महत्व है ।
अतः मुनि श्री अविचल सागर जी ने उत्तम क्षमा की जो व्याखा की है वह शत-प्रतिशत सही है जिसको जीवन में उतारने का यत्न करना चाहिए ताकि कल्याण हो सकता है।