ऊब
ऊब – दो प्रकार की –
1. नकारात्मक – आलसी प्रवृत्ति वालों में
2. सकारात्मक – क्रियाशील/परिवर्तन को महत्त्व देने वाले की
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
ऊब – दो प्रकार की –
1. नकारात्मक – आलसी प्रवृत्ति वालों में
2. सकारात्मक – क्रियाशील/परिवर्तन को महत्त्व देने वाले की
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
3 Responses
ऊब का मतलब किसी कार्य में मन नहीं लगना है।
उपरोक्त कथन सत्य है कि ऊब दो प़कार की होती हैं, नकारात्मक यानी आलसी प़वृति वाले होते हैं, जबकि सकारात्मक वाले क़ियाशील एवं परिवर्तन को महत्व देते हैं।
अतः जीवन का कल्याण करने के लिए सकारात्मक सोच होनी चाहिए ताकि ऊब नहीं हो सके।
“सकारात्मक – ऊब” ka example dijiye, please ?
सच्चे श्रावक को चौथे तथा मुनि को 6/7 गुणस्थानों में ज्यादा देर रहने से ऊब आने लगती है।