ऋद्धि

ऋद्धि 7 (सिद्धांत ग्रंथों में) भी 8 भी।
(बुद्धि, क्रिया, विक्रिया, तप, बल, रस, अक्षीण, औषधि)
क्रिया व विक्रिया को एक में लेने से 7 हो जाती हैं।

मुनि श्री प्रणम्यसागर जी (शंका समाधान– 34)

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4 Responses

  1. मुनि श्री प़णम्यसागर महाराज जी ने ॠद्धि को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है।

    1. विक्रिया क्रिया है। पर हर क्रिया विक्रिया नहीं।

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