करुणाभाव मोह नहीं, शुभोपयोग है ।
करुणा का अभाव, मोह की प्रबलता में ही आता है ।
मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
Share this on...
One Response
शुभोपयोग का मतलब दया दान पूजा व़त शील आदि से शुभ राग और चित्त प़साद रुप परिणाम होना होता है। अतः उक्त कथन सत्य है कि करुणा भाव मोह नहीं, बल्कि शुभोपयोग है। करुणा का अभाव सिर्फ मोह की प़बलता में ही आता है।
One Response
शुभोपयोग का मतलब दया दान पूजा व़त शील आदि से शुभ राग और चित्त प़साद रुप परिणाम होना होता है। अतः उक्त कथन सत्य है कि करुणा भाव मोह नहीं, बल्कि शुभोपयोग है। करुणा का अभाव सिर्फ मोह की प़बलता में ही आता है।