पार्श्वनाथ ने एक साँप बचाया, हमने ना जाने कितने !
इस घटना को इतना महत्व क्यों ?
महत्व इसका है – कि किसने किसको बचाया !
भगवान ने अदने से साँप को बचाया, सेवकों से नहीं बचवाया ।
मुनि श्री सुधासागर जी
Share this on...
4 Responses
कर्म- – जीव मन वचन काय के द्वारा प़तिक्षण कुछ न कुछ करता है वह सब उनकी क़िया या कर्म है, अतः जो अनुभव करता है उसकी चेतना का फल मिलता हैं।
अतः उक्त कथन सत्य है कि पार्श्वनाथ भगवान ने एक सांप को बचाया था जिससे उनको उसका फल मिला था। भगवान् ने जीव दया का भाव रखा था लेकिन यह किसी सेवक ने नहीं किया गया था, इसलिए उनकेे कर्म फल को प्राप्त किया हैं।
4 Responses
कर्म- – जीव मन वचन काय के द्वारा प़तिक्षण कुछ न कुछ करता है वह सब उनकी क़िया या कर्म है, अतः जो अनुभव करता है उसकी चेतना का फल मिलता हैं।
अतः उक्त कथन सत्य है कि पार्श्वनाथ भगवान ने एक सांप को बचाया था जिससे उनको उसका फल मिला था। भगवान् ने जीव दया का भाव रखा था लेकिन यह किसी सेवक ने नहीं किया गया था, इसलिए उनकेे कर्म फल को प्राप्त किया हैं।
“अदने” ka kya meaning hai, please?
अदने = छोटा (पर्याय का जीव) है ।
Okay.