कषाय

कर्मबंध में बड़े कारण मिथ्यात्व, अविरति, प्रमाद होते हैं तो कषाय को इतना बुरा क्यों माना जाता है ?

  1. पहले तीन कठिन हैं, कषाय पर अपनी पहुँच है ।
  2. ये पहले तीन, होते कषाय से ही हैं;
  3. दर्शन मोह से मिथ्यात्व,
    चारित्र मोह से अविरति व प्रमाद ।
  4. कषाय बीज की तरह है – पेड़ के पहले बीज, पेड़ के बाद बीज ।

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