क्षयोपशम सम्यग्दर्शन में दोष….
1. चल दोष….चलायमान/ जल में प्रतिबिम्ब साफ नहीं दिखता जैसे ये प्रतिमा मैंने बनवायी।
2. मलिन….आकांक्षा/ मिथ्यादृष्टि की प्रशंसा।
3. अगाढ़…. पार्श्वनाथ विघ्न हरने वाले।
मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
Share this on...
One Response
मुनि महाराज जी का कथन कि क्षयोयशम सम्यग्दर्शन में जो दोष बताये गये हैं, 1 चल दोष यानी चलायमान जैसे जल में प़तिबिम्ब साफ नहीं दिखता है, 2 मलिन दोष जैसे आकांक्षा यानी मिथ्यादृष्टि की प़शंसा, 3 अगाढ यानी पार्श्वनाथ विघ्न हरने वाले! अतः जीवन में क्षयोपशम सम्यग्दर्शन के जो बताये गए हैं उससे बचने का प़यास करना चाहिए!
One Response
मुनि महाराज जी का कथन कि क्षयोयशम सम्यग्दर्शन में जो दोष बताये गये हैं, 1 चल दोष यानी चलायमान जैसे जल में प़तिबिम्ब साफ नहीं दिखता है, 2 मलिन दोष जैसे आकांक्षा यानी मिथ्यादृष्टि की प़शंसा, 3 अगाढ यानी पार्श्वनाथ विघ्न हरने वाले! अतः जीवन में क्षयोपशम सम्यग्दर्शन के जो बताये गए हैं उससे बचने का प़यास करना चाहिए!