इसमें त्रस जीव तो नहीं होते पर यह प्रासुक नहीं होता है ।
इसलिये बालक भगवान के लिये तो प्रयोग किया जाता है ।
पं.रतनलाल बैनाड़ा जी
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4 Responses
उपरोक्त कथन सत्य है कि क्षीर-सागर जल में त्रस जीव नहीं होते हैं पर यह प़ासूक नहीं होता है लेकिन बालक भगवान् का जब अभिषेक होता है तब क्षीर सागर जल का उपयोग किया जाता है। जबकि भगवान् के अभिषेक में प़ासूक जल का उपयोग किया जाता है।
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उपरोक्त कथन सत्य है कि क्षीर-सागर जल में त्रस जीव नहीं होते हैं पर यह प़ासूक नहीं होता है लेकिन बालक भगवान् का जब अभिषेक होता है तब क्षीर सागर जल का उपयोग किया जाता है। जबकि भगवान् के अभिषेक में प़ासूक जल का उपयोग किया जाता है।
Kya isme “sthavar” jeev hote hain?
जल है तो उसमें जलकायिक जीव होंगे ही न !
Okay.