ज्ञान
ज्ञेय से ज्ञान
बड़ा, आकाश आया
छोटी आँखों में।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
(दूसरी लाइन में (,) कॉमा के सही ज्ञान से अर्थ सही हो जाते हैं)
ज्ञेय से ज्ञान
बड़ा, आकाश आया
छोटी आँखों में।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
(दूसरी लाइन में (,) कॉमा के सही ज्ञान से अर्थ सही हो जाते हैं)
4 Responses
आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी ने ज्ञान को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए धर्म से जुडकर ज्ञान प़ाप्त करना परम आवश्यक है।
Bracket me diya hai ‘दूसरी लाइन में (,) कॉमा के सही ज्ञान से अर्थ सही हो जाते हैं’; yahan par ‘gyaan’ ke saath ‘upyog’ bhi laga sakte hain ? Ise clarify karenge, please ?
मुझे ज्ञान सही लगा क्योंकि कॉमा मैं गलत जगह लगा रहा था।
Okay.