णमोकार मंत्र

णमोकार मंत्र के सभी पदों के अंत में परमेष्ठियों के नाम (अरिहंताणं, सिद्धाणं आदि) चतुर्थी विभक्ति (संप्रदान) के बहुवचन में है। इसका अर्थ है; अरिहंतों(बहुवचन) आदि के लिये।

(कमलकांत)

Share this on...

One Response

  1. णमोकार मंत्र का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This question is for testing whether you are a human visitor and to prevent automated spam submissions. *Captcha loading...

Archives

Archives

April 15, 2023

November 2024
M T W T F S S
 123
45678910
11121314151617
18192021222324
252627282930