तप / संयम
सोना तपाने से शुद्ध हो जाता है फिर भी सोने के तरल होने पर उसमें सुहागा डाला जाता है ताकि उसकी शुद्धता बनी रहे।
श्रावक भी उपवासादि से शुद्ध तो होता है पर संयम रखने से वह शुद्धता बनी रहती है।
मुनि श्री मंगलानंद जी
सोना तपाने से शुद्ध हो जाता है फिर भी सोने के तरल होने पर उसमें सुहागा डाला जाता है ताकि उसकी शुद्धता बनी रहे।
श्रावक भी उपवासादि से शुद्ध तो होता है पर संयम रखने से वह शुद्धता बनी रहती है।
मुनि श्री मंगलानंद जी
3 Responses
‘तरल’ aur ‘सुहागा’ ka kya meaning hai, please ?
तरल = Liquid
सुहागा = एक लाल रंग का पदार्थ जो तरल सोने में डालने से
वह अशुद्धता को सोने में दुबारा मिलने नहीं देती।
Okay.