तीर्थंकर का सफेद खून
भगवान की माँ का खून लाल होता है और तीर्थंकर उनके पेट में, माँ के नाल से ही सम्बंध तो तीर्थंकर का खून सफेद कैसे हो जाता है ?
नाल से तो तीर्थंकर को भोजन जाता है, माँ का खून नहीं। खून तो उनका अपना बनता है।
(आजकल की माँओं तथा उनके बच्चों के ग्रुप भी तो अलग अलग होते हैं)
मुनि श्री सुधासागर जी
One Response
उपरोक्त कथन सत्य है कि आजकल की मांओं तथा उनके बच्चों का खून अलग अलग होता है। अतः तीर्थंकरों की माताओं का खून अलंग होता है, जबकि तीर्थंकरों का ख़ून उनके माध्यम से बनता है लेकिन उनका खून हमेशा सफेद ही रहता है।