तैजस और कार्मण शरीर
तैजस और कार्मण शरीरों का सम्बंध आत्मा के साथ अनादिकाल से भी और सादि भी ।
क्योंकि पुरानी कर्म-वर्गणायें आत्मा से अलग होती जाती हैं इसलिये सादि सम्बंध भी कहा है ।
पर जब तक आत्मा संसार में रहती है, एक समय भी तैजस तथा कार्मण शरीरों से अलग नहीं रहती,
इसलिये अनादि सम्बंध कहा है ।
तत्वार्थसूत्र टीका पेज 149