धर्मध्यान
धर्मध्यान अग्रिम ज़मानत है,
इसीलिये घर से बाहर जाने से पहले देवदर्शन करके जाते हैं,
पापोदय होने पर विधानादि करते हैं ।
चिंतन
धर्मध्यान अग्रिम ज़मानत है,
इसीलिये घर से बाहर जाने से पहले देवदर्शन करके जाते हैं,
पापोदय होने पर विधानादि करते हैं ।
चिंतन
M | T | W | T | F | S | S |
---|---|---|---|---|---|---|
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 |
8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 |
15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 |
22 | 23 | 24 | 25 | 26 | 27 | 28 |
29 | 30 | 31 |
4 Responses
जीवन में किसी के खिलाफ चार्जशीट प़स्तूत होती है तो वह अग़िम जमानत का उपयोग करता है।इसी प़कार जीवन में पापोदय कार्योदय से बचने के लिए अग़िम जमानत के रुप में धर्मध्यान का सहारा लेना आवश्यक है जिसमे पूजन, देवदर्शन और विधान करना चाहिए।
“बाहर जाने से “, ka kya matlab hai, please?
घर से बाहर ।
Okay.