आँखों का बंधन, पैरों का मर्दन, पेट के लंगन का यदि उल्लंघन किया तो निरोग कैसे रहोगे !
आचार्य श्री विद्यासागर जी
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6 Responses
आचार्य श्री विघासागर महाराज जी ने निरोग के उपाय बताऐ गऐ हैं वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन में जो निरोग रहने के लिए बताऐ गऐ नियमों का पालन करना परम आवश्यक है ताकि जीवन सुखमय रह सकता है।
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आचार्य श्री विघासागर महाराज जी ने निरोग के उपाय बताऐ गऐ हैं वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन में जो निरोग रहने के लिए बताऐ गऐ नियमों का पालन करना परम आवश्यक है ताकि जीवन सुखमय रह सकता है।
‘पैरों का मर्दन’ aur ‘पेट के लंगन’ ka kya meaning hai, please ?
पैरों पर नियंत्रण, फालतू/ ज़रुरत से ज्यादा घूमना नहीं; पैरों का चलाना बंद भी नहीं करना।
लंगर …उपवास।
That means उपवास bhi karte rehna chahiye, right ?
सही ।
Okay.