परोपकार
एक दोस्त अपने दोस्त के शव को देख कर मुस्कराया !
तो एक बुज़ुर्ग ने कहा “बेटा ! जवान मौत पर मुस्कराते नहीं” !
लड़के ने आँखें साफ़ कीं और बोला… “बाबा क्या बताऊँ, दिल तो खून के आँसु रो रहा है ! लेकिन दोस्त से वादा किया था जब भी मिलेंगे…हँसते हुए मिलेंगे…!”
उसने कहा था… ” मैं जब मर जाऊँ, तो हँसते हुए आना यारो ! क्योंकि उस वक्त मेरे हाथ तुम्हारे आँसु नहीं पोंछ सकेंगे ” !
(डा.अमित)