ऐसा लगता है कि पर्युषण में तत्वार्थ-सूत्र पढ़ने की प्रथा इसलिये शुरू हुई होगी – क्योंकि तत्वार्थ-सूत्र पढ़ने से एक उपवास का लाभ होता है और जो उपवास नहीं कर पाते वे तत्वार्थ-सूत्र पढ़कर यह लाभ ले सकें ।
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
Share this on...
One Response
यह कथन सही है कि पयुर्षण पर्व पर जो उपवास करने में असमर्थ रहते हैं उनको तत्वार्थ सूत्र पढने से उपवास का फल मिलता है। इसके विषय में महाराज श्री प़माणसागर के प़वचन में बताया गया था। अतः पर्युषण पर्व में तत्वार्थ सूत्र का अध्ययन अवश्य करना चाहिए जिससे जीवन का कल्याण हो सकता है।
One Response
यह कथन सही है कि पयुर्षण पर्व पर जो उपवास करने में असमर्थ रहते हैं उनको तत्वार्थ सूत्र पढने से उपवास का फल मिलता है। इसके विषय में महाराज श्री प़माणसागर के प़वचन में बताया गया था। अतः पर्युषण पर्व में तत्वार्थ सूत्र का अध्ययन अवश्य करना चाहिए जिससे जीवन का कल्याण हो सकता है।