पीछे पड़ना

किसी के पीछे ज्यादा नहीं पड़ना चाहिये –
इसका एक भव सुधारने के लिये अपने भव-भवांतर क्यों बिगाड़ना चाहते हो !
झगड़ा न करें पर Compromise भी ना करें।

मुनि श्री सुधासागर जी

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One Response

  1. पीछे पड़ना यानी बदला लेने के भाव रहते हैं।
    उपरोक्त कथन सत्य है कि किसी के पीछे ज्यादा नहीं पड़ना चाहिए, क्योंकि इसके एक भव सुधरने के लिए भव भवांतर तक क्यों खराब करना चाहते हो। अतः झगड़ा नहीं करना चाहिए बल्कि उसका समाधान ढूंढना चाहिए ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है।

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