पुण्य/पाप
जब खर्च कर रहे हो तो मान के चलिए कि पुण्य की कमाई है,
और जब दान दे रहे हो तो मान के चलिए कि पाप की कमाई है,
सो दिल खोल के दान दें ।
मुनि श्री सुधासागर जी
जब खर्च कर रहे हो तो मान के चलिए कि पुण्य की कमाई है,
और जब दान दे रहे हो तो मान के चलिए कि पाप की कमाई है,
सो दिल खोल के दान दें ।
मुनि श्री सुधासागर जी
One Response
Does it mean that when we spend money we should think that it came through punay and we should not spend it much and when are donating it means it came through pap and we have to spend more…
Please let me know if I have understand it wrongly.
REPLY……….You have understood correctly.