पुण्यात्मा
पुण्यात्मा की पूजादि इसलिये क्योंकि साधारणजन ऐसे गुणों को पा नहीं पाते ।
उनके पुण्य साधारणजन की रक्षा करते हैं जैसे राजा करते थे ।
शेर राजा इसलिये कहा जाता है क्योंकि वह बड़े जानवरों का शिकार करता है और शेर के भोजन के बाद छोटे छोटे जानवर उसके बचे हुये शिकार से पेट भरते हैं ।
धनवान वही जिसके पड़ौसी निर्धन न हों ।
धर्मात्मा वही जिससे दूसरों के जीवन में धर्म आये ।
मुनि श्री सुधासागर जी
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पुण्यात्मा का तात्पर्य जो अपनी आत्मा को पवित्र बनाता है, इसके लिए दया,दान,पूजा आदि से शुभ परिणाम मिलते हैं। अतः उपरोक्त कथन सत्य है कि पुण्यात्मा के पुण्य साधारणजन की रक्षा करते हैं, जैसे राजा करते थे।यह भी सत्य है कि धनवान वही जिसके पड़ोसी निर्धन न हों,इसी प्रकार धर्मात्मा वही जिससे दूसरों के जीवन में धर्म आवे। अतः जीवन में पूज्यता अर्जित करना चाहिए ताकि पापों का क्षय हो सकता है।