चिंतन में पुण्यानुबंधी को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए पापों का त्याग करना एवं पुण्य अर्जित करना परम आवश्यक है। Reply
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चिंतन में पुण्यानुबंधी को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए पापों का त्याग करना एवं पुण्य अर्जित करना परम आवश्यक है।
Very true !