पैसा मानव जीवन की सबसे ख़राब खोज है,
पर मानव के चरित्र को परखने की सबसे विश्वसनीय सामग्री ।
(अनुपम चौधरी)
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पैसा का चलन इसलिए हुआ था कि पूर्व में साम़गी का लेन देन साम़गी से होता था। इसके कारण पैसा का चलन आवश्यक था। लेकिन मानव जीवन की खराब ख़ोज है, क्योंकि उससे अनीति का चलन हो गया है, हालांकि मानव के चरित्र को परखने का सबसे विश्वसनीय सामिग्री भी है।
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पैसा का चलन इसलिए हुआ था कि पूर्व में साम़गी का लेन देन साम़गी से होता था। इसके कारण पैसा का चलन आवश्यक था। लेकिन मानव जीवन की खराब ख़ोज है, क्योंकि उससे अनीति का चलन हो गया है, हालांकि मानव के चरित्र को परखने का सबसे विश्वसनीय सामिग्री भी है।