आप चाय पी रहे हैं, किसी का धक्का लगा, चाय छलकी।
प्रश्न – क्यों छलकी ?
उसने धक्का दिया इसलिये छलकी।
ग़लत।
कप में चाय थी, इसलिये छलकी (ज्यादा भरी होगी तो ज्यादा छलकेगी)
आपको धक्का लगे तो क्या बाहर आयेगा ?
जो आपमें है वह – धैर्य/क्रोध/मान।
(सलौनी – सहारनपुर)
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प्रतिक्रिया करने पर सामने वाले को धक्का लग सकता है। अतः जीवन में किसी को प़तिक़िया देना हो तो सोच समझकर एवं विवेक का ध्यान रखना आवश्यक है ताकि सामने वाले को कटुता नहीं हो।
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प्रतिक्रिया करने पर सामने वाले को धक्का लग सकता है। अतः जीवन में किसी को प़तिक़िया देना हो तो सोच समझकर एवं विवेक का ध्यान रखना आवश्यक है ताकि सामने वाले को कटुता नहीं हो।